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PM inaugurate Z Mode Tunnel today

अब किसी भी मौसम में Z मोड़ टनल से चीन सीमा तक भारत की पहुंच

PM inaugurate Z Mode Tunnel today

PM inaugurate Z Mode Tunnel today. भारतीय इंजीनियरों के कारनामे ने चीन , पाकिस्तान को सकते में डाल दिया है ।

जब से केंद्र में एनडीए की सरकार बनी है , उसका पूरा फोकस दुश्मन देश की सीमा तक भारत की पहुंच को बढ़ाने पर रहा है ।

यूपीए सरकार में ऐसा माना जाता था कि चीन सीमा पर सड़क नहीं बनानी है ।

क्योंकि इसी सड़क का सहारा लेकर चीन भारत पर आक्रमण कर सकता है ।

लेकिन बीजेपी की विचारधारा इससे एकदम उलट है । वर्तमान सरकार का मानना है कि दुश्मन देश की सीमा तक भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होना चाहिए ।

PM inaugurate Z Mode Tunnel today

ताकि भारतीय सेना वहां तक आसानी से पहुंच सके । जम्मू कश्मीर में स्थिति बड़ी विचित्र हो जाती है जब सर्दियों का मौसम आता है ।

लद्दाख में चीन सीमा पर तैनात जवानों को राशन पानी के लिए तरसना पड़ता है क्योंकि शीत ऋतु में लद्दाख तक कनेक्टिविटी बिल्कुल बंद हो जाती है ।

जेड मोड़ टनल से भारत को क्या फायदा

पीएम मोदी आज 13 जनवरी 2025 को  11.45 बजे जम्मू कश्मीर के गांदरबल में जेड मोड़ टनल का उदघाट्न किया।

श्रीनगर _ लेह हाइवे NH- 1 पर बनी 6.4 KM लंबी डबल लेन टनल श्रीनगर को सोनमर्ग से जोड़ेगी ।

इस टनल से लोगों को ऑल वेदर कनेक्टिविटी मिलेगी श्रीनगर लेह हाइवे पर गगनगीर से सोनमर्ग के बीच पहले 1 घंटे का समय लगता था ।

इस टनल के बन जाने से अब यह दूर घटकर महज 15 मिनट की रह गई है । गाड़ियों की स्पीड भी 30 km/h से बढ़कर अब 70 km/h हो जाएगी ।

PM inaugurate Z Mode Tunnel today

इस टनल के बन जाने से अब टूरिज्म को बूस्ट मिलेगा ही साथ ही यह अब सामरिक दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण साबित होगी ।

इस प्रोजेक्ट से लद्दाख तक सेना की पहुंच आसान हो जाएगी ।

पहले सेना का रशद आदि समान हवाईजहाज से ले जाना पड़ता था वो अब सड़क मार्ग से ले जाना संभव होगा ।

यह टनल 2700 करोड़ रुपए की लागत से बनी है । इसका निर्माण 2018 में शुरू हुआ था।

यह टनल 434 KM लंबे श्रीनगर – कारगिल – लेह हाइवे प्रोजेक्ट का हिस्सा है । इस प्रोजेक्ट के तहत 31 टनल का निर्माण किया जाएगा ।

टनल की संक्षिप्त जानकारी

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यह टनल NATM तकनीक से बनी है इसलिए पहाड़ दरकने या भूस्खलन के समय भी इसे कोई नुकसान नहीं होगा ।

भारत में इस तकनीक से बनी यह पहली सुरंग है । अंग्रेजी के अक्षर Z के आकार की होने के कारण इसे जेड मोड़ टनल नाम दिया गया है ।

इसके आगे जोजिला टनल का काम भी 2028 तक पूरा हो जाएगा फिर इसकी लंबाई 12 KM से ज्यादा हो जाएगी ।

फिर यह एशिया की सबसे लंबी सुरंग बन जाएगी । फिलहाल हिमाचल में बनी अटल टनल एशिया की सबसे लंबी सुरंग है जिसकी लंबाई 9 KM से ज्यादा है

बर्फबारी के समय भारतीय सेना पूरी तरह एयरफोर्स पर निर्भर हो जाती थी अब सुरंग बनने से सबसे ज्यादा आसानी सेना के लिए होगी ।

पिछली साल इस सुरंग के निर्माण स्थल पर आतंकी हमला भी हुआ था । जिसमें 7 लोग मारे गए थे ।

चीन और पाकिस्तान नहीं चाहते कि भारत अपनी सीमावर्ती जगह पर इतना मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करे ।

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