Calligraphy Art Teacher Gauri Maheshwari
16 साल की उम्र में राजस्थान की बेटी का देश विदेश में जलवा
Calligraphy Art Teacher Gauri Maheshwari
Calligraphy Art Teacher Gauri Maheshwari. अजमेर की गौरी माहेश्वरी ने मात्र 16 साल की उम्र में जो कारनामा किया है , वैसा बड़े बड़े लोग नहीं कर पाते ।
इन्होंने ऐसे क्षेत्र में नाम कमाया है जिसे सीखना हर किसी के वश की बात नहीं होती ।
गौरी लोगों को कैलिग्राफी आर्ट सिखाती है । 10 हजार से ज्यादा लोगों को ऑनलाइन कोचिंग देती है जिसमें ऑस्ट्रेलिया से लेकर फ्रांस तक के स्टूडेंट्स शामिल है ।
इनके स्टूडेंट्स में 10 साल से लेकर 60 साल तक की उम्र के लोग शामिल है जबकि गौरी स्वयं मात्र 16 साल की है ।
क्या होती है कैलिग्राफी
कैलिग्राफी शादी के कार्ड , हाथ से बनी प्रेजेंटेशन , मेमोरियल डॉक्यूमेंट, सर्टिफिकेट आदि पर विशेष तरीके से शब्दों को उकेरने और डिजाइन का काम किया जाता है ।
इनविटेशन कार्ड , बिजनेस पोस्टर , ग्रीटिंग कार्ड , बुक कवर , संस्था का लोगो , लीगल डॉक्यूमेंट्स , सिरेमिक और मार्बल पर भी यह आर्ट विशेष प्रभाव छोड़ती है ।
अर्थात् कैलिग्राफी अच्छी लिखावट का शिल्प और विजुअल आर्ट है । इसमें अक्षरों को अलग अलग तरीके से किसी कागज या अन्य सतह पर उकेरा जाता है ।
सुंदर लिखावट को कलाकृति से किसी सतह पर उकेरने को कैलिग्राफी कहा जाता है ।
गौरी माहेश्वरी ने कैसे बनाया करियर
गौरी की बचपन से ही लिखावट अपनी उम्र के बच्चों से काफी ज्यादा अच्छी और सुंदर थी । तो सोचा कैलिग्राफी में करियर बनाया जाए ।
शुरू में टीचर ने यह कहकर सीखने से मना कर दिया कि आप अभी बच्चे हो , आप कैलिग्राफी नहीं सीख सकते ।
गौरी के माता पिता ने जब टीचर से बहुत ज्यादा विनती की तो उन्होंने सीखना शुरू किया ।
गौरी ने अपनी लगन और मेहनत के दम पर बहुत कम समय में ना केवल यह कला सीखी बल्कि विदेशों तक में अपनी अमित छाप छोड़ दी ।
अभी गौरी ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों और टीचर्स को यह आर्ट सिखा रही है । गौरी 10 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को यह आर्ट सिखा चुकी है ।
अपनी आर्ट में विशेषज्ञता हासिल कर लेने के कारण 2022 में गौरी को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
2022 में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिलने पर पीएम नरेंद्र मोदी , पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व अन्य बड़े लोगों ने ट्वीट करके गौरी को शुभकामनाएं दी थी ।
सीएम ने यूथ आइकॉन अवॉर्ड से नवाजा
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने रविवार को गौरी माहेश्वरी को यूथ आइकॉन अवॉर्ड से सम्मानित किया ।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह समेत कई लोगों ने गौरी की तारीफों के पुल बांधे ।
गौरी का नाम इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी शामिल है ।
गौरी ने अपनी शिक्षा की शुरुआत जयपुर से की थी । कुछ समय तक गौरी मशहूर लॉर्ड मेयो स्कूल में भी पढ़ी थी ।
अब गौरी जयपुर के जयश्री पेरिवाल इंटरनेशनल स्कूल में 11 वीं कक्षा में पढ़ती है ।
गौरी को 200 से अधिक कैलिग्राफी की डिजाइन आती है । गौरी ने खुद के यूनिक डिजाइन भी क्रिएट किए है ।
गौरी ने बताया कि अगर एक बार यह आर्ट दिमाग में बैठ जाए तो ज्यादा हार्ड नहीं लगती । कोई भी आसानी से सीख सकता है ।
विदेशों में देती है ऑनलाइन कोचिंग , बीएसएफ जवानों को भी सिखा चुकी
गौरी ने बताया कि उसके भारत के अलावा यूएसए , यूके , नाइजीरिया , फ्रांस , ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी में भी सैकड़ों स्टूडेंट्स है ।
2023 में गौरी ने जैसलमेर में बीएसएफ के कमांडेंड ऑफिसर्स और रेजिडेंट्स को भी कैलिग्राफी की आर्ट सिखाई थी ।
बीएसएफ में गौरी के करीब 30 स्टूडेंट्स थे जिन्हें यह कला सिखाई गई थी ।
अब गौरी का फोकस रूरल एरिया पर है ताकि वहां भी इस आर्ट को लोकप्रिय बनाया जा सके ।
वर्तमान में गौरी 4 हजार स्टूडेंट्स को ऑनलाइन जबकि 10 हजार स्टूडेंट्स को ऑफलाइन कोचिंग दे रही हैं ।
गौरी ने हासिल किए कई पुरस्कार
गौरी माहेश्वरी को 2022 के राष्ट्रीय बाल पुरस्कार सहित इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स , एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स , इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में यंगेस्ट कैलीग्राफर का खिताब मिल चुका है ।
12 जनवरी 2025 को सीएम भजन लाल शर्मा ने यूथ आइकॉन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया ।
इसके अलावा गौरी माहेश्वरी जयपुर नगर निगम हैरिटेज में ब्रांड एम्बेसडर भी है ।
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